Saturday, February 15, 2014

क्रिकेट का मैच हो रहा था। बल्लेबाज रन नही बना पा रहे थे। एक दर्शक लगातार बल्लेबाजों के इस निकम्मेपन को कोस रहा था। उसके आसपास बैठे लोग जब सुनते सुनते उब गये तो उन्होने उसे मैदान मे धकेल दिया और कहा कि जा खुद खेल। बल्लेबाजी कर रहे खिलाडी ने भी झट अपने पैड, ग्लव्स उतार के उसे पहनाए और बल्ला थमा दिया। अब तो बेचारे नुकतेबाज दर्शक की हालत खराब हो गयी लेकिन यहाँ से भागना मुश्किल था सो चुपचाप स्ट्राइकर एंड पे पोजिशन लेनी पडी। जैसे ही पहली गेंद पडी 145 किमी प्रति घंटे की, नुकतेबाज दर्शक की तो हालत खराब हो गयी। उसके हाथ पाँव फूलने लगे, पसीना आने लगा। उसने अगली गेंदपर अपना विकेट खाली छोड दिया लेकिन अबतक गेंदबाजी पक्ष भी उसे सबक सिखाने पे आ गया था। गेंदबाज ने उसे बोल्ड न कर बॉडी लाइन बॉलिंग शुरु कर दी। अब तो नुकतेबाज की हालत पतली होने लगी। उसने पगबाधा होने के लिए बार बार अपना पैर गेंद से लगाया लेकिन किसी ने आउट की अपील नही की। तब उसने जानबूझकर कैच देने शुरु किये लेकिन किसी ने कैच नही किया। 20 मिनट की बैटिंग मे नुकतेबाज की आधी जान खत्म हो गयी। हार के उसने बहाने से अपना बल्ला विकेट पे मार दिया और हिट विकेट आउट होकर भाग गया। #BhagodaKejri ~ Mahavir Prasad Khileri

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